20वीं सदी के हिंदी कवि और आलोचक गजानन माधव मुक्तिबोध अपनी प्रगतिशील और अस्तित्ववादी कविता के लिए जाने जाते थे। उनकी रचनाओं में हिंदी साहित्य में सामाजिक सरोकार और दार्शनिक गहराई झलकती है
1 yr. ago